अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसा: 200 से अधिक की मौत, एकमात्र जीवित बचे यात्री की कहानी

अहमदाबाद, 12 जून 2025: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एक भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (उड़ान संख्या AI-171), जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर के पास क्रैश हो गया। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक यात्री जीवित बचा, जबकि 200 से अधिक लोगों की मौत

विमान ने दोपहर 1:39 बजे 230 यात्रियों और 12 चालक दल के सदस्यों के साथ उड़ान भरी थी। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, टेकऑफ के पांच मिनट के भीतर विमान में तकनीकी खराबी आई, जिसके कारण यह बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर जा गिरा। हादसे के बाद आसमान में काले धुएं का गुबार छा गया, और मलबा मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और आसपास के क्षेत्र में बिखर गया। इस हादसे में कम से कम 20 मेडिकल इंटर्न डॉक्टरों की भी मौत की आशंका है।
अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया कि पुलिस को सीट 11ए पर एकमात्र जीवित यात्री मिला, जो 625 फीट की ऊंचाई से गिरने के बावजूद चमत्कारिक रूप से बच गया और अस्पताल पहुंचा। इस यात्री का इलाज चल रहा है, लेकिन अभी तक मृतकों की सटीक संख्या की पुष्टि नहीं हो सकी।

प्रारंभिक जांच में विमान के दोनों इंजनों में पावर लॉस को हादसे का प्रमुख कारण बताया जा रहा है। एविएशन विशेषज्ञ ओपी तिवारी के अनुसार, पक्षी से टकराने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन यह तभी संभव है जब पक्षी बड़ा हो। कुछ विशेषज्ञों ने तकनीकी खराबी या बाहरी कारणों की भी आशंका जताई है। डीजीसीए और अन्य एजेंसियां हादसे की विस्तृत जांच कर रही हैं।
इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मृत्यु हो गई, जो अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल और पूर्व केंद्रीय मंत्री शंकर सिंह वाघेला ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की। हादसे में विमान के पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल, जिनके पास 8200 घंटों का उड़ान अनुभव था, और सह-पायलट क्लाइव कुंदर भी मारे गए।
विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई, और 7 पुर्तगाली नागरिक सवार थे। मृतकों की पहचान के लिए बीजे मेडिकल कॉलेज में डीएनए टेस्टिंग की व्यवस्था की गई है। गुजरात के स्वास्थ्य सचिव धनंजय द्विवेदी ने बताया कि शवों को अहमदाबाद सिविल अस्पताल ले जाया गया है।

राहत और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और आपदा प्रतिक्रिया बलों ने बचाव कार्य शुरू किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु घटनास्थल पर पहुंचे। घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की गई।
टाटा ग्रुप, जो एयर इंडिया का मालिक है, ने मृतकों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की घोषणा की है।

नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताया और कहा कि वह प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अधिकारियों के संपर्क में हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसे “हृदय विदारक” बताया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इसे “मानवीय त्रासदी” करार दिया।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
हादसे के बाद अहमदाबाद हवाई अड्डा बंद कर दिया गया, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। भारतीय रेलवे ने अहमदाबाद से दिल्ली और मुंबई के लिए विशेष ट्रेनें शुरू की हैं। टाटा समूह के शेयरों के साथ-साथ इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई।
सोशल मीडिया पर हादसे के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें धुएं का गुबार और मलबा साफ दिखाई दे रहा है। लोग इस त्रासदी को “डरावना” और “हृदय विदारक” बता रहे हैं।

यह हादसा भारत के इतिहास में सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक है। जांच एजेंसियां हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं, जबकि देश इस त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहा है। एकमात्र जीवित बचे यात्री की कहानी चमत्कार की तरह है, लेकिन सैकड़ों परिवारों के नुकसान ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है

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