पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई
22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई, के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
पाकिस्तान का जवाबी हमला और भारतीय रक्षा
ऑपरेशन सिंदूर के एक दिन बाद, 8 मई की रात को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। जम्मू के सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया में आठ मिसाइलें दागी गईं, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। भारतीय वायुसेना ने S400 ट्रायम्फ और आकाश जैसे उन्नत रक्षा सिस्टम का उपयोग किया।
जम्मू, पंजाब और राजस्थान में ब्लैकआउट
पाकिस्तानी हमलों के बाद जम्मू, पठानकोट, जयपुर, और जम्मू-कश्मीर के बारामूला सहित कई शहरों में पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया गया। पंजाब के अमृतसर, जालंधर, और मोहाली, साथ ही राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर में भी बिजली काट दी गई। यह कदम सुरक्षा के लिए उठाया गया, जिसके कारण नागरिकों ने आकाश में मिसाइलों की चमक और विस्फोटों की आवाजें सुनीं।
राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए 8 मई को नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शिवसेना नेता संजय राउत ने सरकार का समर्थन किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, अमेरिका ने स्थिति पर नजर रखने की बात कही, जबकि सिंगापुर ने अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान की यात्रा स्थगित करने की सलाह दी।
पाकिस्तान का खंडन और तनाव
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तारार ने इन हमलों में अपनी संलिप्तता से इनकार किया और दावा किया कि पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि, भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर जरूरी था और आगे बढ़ने का विकल्प पाकिस्तान के पास है।
आगे की स्थिति
इस बढ़ते तनाव के बीच, पंजाब और राजस्थान में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, और सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी है। 24 हवाई अड्डों पर नागरिक उड़ानें बंद कर दी गई हैं। दोनों देशों के बीच यह तनाव दशकों में सबसे गंभीर माना जा रहा है, और स्थिति पर वैश्विक नजर बनी हुई है।