रायपुर, 26 मार्च 2025: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार सुबह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित आवासों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई महादेव सट्टा ऐप और कथित शराब घोटाले से जुड़े मामलों की जांच के तहत की गई। CBI की टीमें सुबह-सुबह बघेल के घर पहुंचीं और उनके करीबी सहयोगियों व कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के ठिकानों पर भी तलाशी ली। इस छापेमारी ने राज्य में सियासी हलचल मचा दी है, क्योंकि यह बघेल के दिल्ली दौरे से ठीक पहले हुई, जहां उन्हें कांग्रेस की एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होना था।
महादेव सट्टा ऐप का कनेक्शन
महादेव सट्टा केस, जो एक ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले के रूप में चर्चा में है, इस छापेमारी का प्रमुख आधार माना जा रहा है। इस ऐप के जरिए कथित तौर पर 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई हुई, जिसका संचालन दुबई से होता था। जांच एजेंसियों का दावा है कि इस घोटाले में छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेता, नौकरशाह और पुलिस अधिकारी शामिल थे। CBI ने इस मामले को छत्तीसगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) से अपने हाथ में लिया था, जिसने पहले भूपेश बघेल और ऐप के प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल सहित 17 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। सौरभ चंद्राकर को पिछले साल दुबई में गिरफ्तार किया गया था, और अब भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चल रही है।
शराब घोटाले की परतें भी खुलीं
CBI की यह छापेमारी केवल महादेव सट्टा तक सीमित नहीं है। सूत्रों के अनुसार, यह कथित शराब घोटाले से भी जुड़ी हो सकती है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले से कर रहा है। ED ने दावा किया था कि 2019-2022 के बीच, जब बघेल मुख्यमंत्री थे, शराब व्यापार में अनियमितताओं से राज्य के खजाने को 2,161 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस मामले में बघेल के बेटे चैतन्य बघेल और उनके करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल के ठिकानों पर भी हाल ही में ED ने छापे मारे थे। CBI अब इन दोनों मामलों में सबूतों को जोड़ने की कोशिश कर रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद
छापेमारी के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। बघेल के कार्यालय ने इसे “राजनीतिक साजिश” करार दिया और कहा कि यह उनकी पंजाब में पार्टी की गतिविधियों को रोकने की कोशिश है। बघेल ने अपने X हैंडल पर लिखा, “CBI तब आई जब मैं दिल्ली में AICC बैठक के लिए ड्राफ्टिंग कमेटी की मीटिंग के लिए जा रहा था।” वहीं, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, “यह राजनीति से प्रेरित है। बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।” दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “जांच में सहयोग करना चाहिए, सच सामने आएगा।”
जांच का दायरा बढ़ा, कई ठिकानों पर छापे
CBI ने बघेल के अलावा भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव, चार IPS अधिकारियों – आनंद छाबड़ा, अभिषेक पल्लव, आरिफ शेख, प्रशांत अग्रवाल – और पुलिस अधिकारी संजय ध्रुव के घरों पर भी छापेमारी की। इसके साथ ही कोलकाता, भोपाल और दिल्ली में 60 से अधिक जगहों पर तलाशी ली गई। सूत्रों के मुताबिक, जांच में डिजिटल और दस्तावेजी सबूत जब्त किए गए हैं। इससे पहले ED ने 450 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी और 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।