प्रताड़ना से परेशान लोग कभी रिश्ते-नाते नहीं पहचानते, प्रताड़ना का पाप जब हद से गुजर जाए तो प्रताड़ित लोग कानून तक को अपने हाथ में लेने से पहले एक बार भी नहीं सोचते. यह घटना जांजगीर चांपा जिले का है जहां एक गूंगी बहरी पत्नी ने अपने दिव्यांग पति को बड़ी बेरहमी से मार डाला. महिला ने साइन लैंगवेज से समझाया कि उसने कैसे इस घटना को अंजाम दिया है.
पामगढ़ थाना क्षेत्र का है मामला
मृतक का नाम मनोज नट है, मनोज दिव्यांग था और उसकी पत्नी अंजू भी बोल और सुन नहीं सकती हैं, अंजू ने साइन लैंगवेज से एक्सपर्ट को बताया कि उसका पति मनोज शराब पीने का आदी था और पूरा परिवार भीख मांग कर अपना गुजारा करता था, पूरा परिवार तालाब के किनारे झुग्गी बना कर रहते थे. पति नशे में आए दिन अंजू से मारपीट करता था जिससे तंग आकर अंजू नट पति की हत्या कर दी.
दिव्यांग पति को कैसे उतारा मौत के घाट?
घटना बीते 12 जुलाई शाम की है, पति हर रोज की तरह शराब पी कर घर आया और पत्नी से मारपीट करने लगा, जिसके बाद अंजू अपने पति को पहले तालाब के किनारे ले गयी और उसे धक्का देकर गिरा दिया फिर हथौड़े उसे उसके सिर पर वार करने लगी और फिर दिव्यांग मनोज बेहोश हो गया. गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ अंजू नट भागकर अपने घर गयी और चाकू लाकर गला रेत दिया फिर लाश को घसीट कर तालाब के किनारे फेंक दिया. महिला ने श्रवण बाधित विशेषज्ञ के सामने अपना जुर्म कबूल लिया है.