गुजरात: सूरत से एक ही स्कूल में 35 दलित-आदिवासी छात्राओं ने स्कूल प्रिंसिपल पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. मामला सूरत जिले के नरेना आश्रम शाला का है. सोमवार को जब आदिवासी विकास विभाग की टीम निरीक्षण के लिए पहुंची तो छात्राओं ने प्रिंसिपल योगेश पटेल द्वारा किए गए उत्पीड़न के बारे में बताया.
छात्राओं के अनुसार प्रिंसिपल रात में किसी भी समय टॉर्च लेकर उनके कमरे में पहुंच जाता है, वह उन्हें नहाते हुए भी देखता है और अलग-अलग बहाने से बुलाकर उन्हें छेड़ता और किस करता है.
छात्राओं की शिकायत और बयानों के आधार पर आदिवासी विकास विभाग ने योगेश पटेल के खिलाफ केस दर्ज कराया है. आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है. 35 लड़कियों का मेडिकल टेस्ट करवाया जा रहा है जिनमें एक 13 साल की छात्रा के प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान भी मिले हैं.
आदिवासी विकास विभाग की महिला अधिकारी ने बताया कि छात्राएं घर से दूर रहने की वजह से अब तक आरोपी के खिलाफ शिकायत करने से डर रही थीं. विभाग पास आउट हो चुकी छात्राओं से भी पूछताछ करेगा.
नरेन आश्रम में कुल 177 स्टूडेंट्स में 80 छात्राएं हैं. आश्रम में छात्राओँ के नहाने तक की व्यवस्था नहीं है. नहाने के लिए टेम्पररी ब्लॉक बनाया गया है. आश्रम में प्रिंसिपल योगेश पटेल के अलावा अन्य टीचिंग स्टाफ नहीं रहता. पटेल की जॉइनिंग आश्रम में 2003 में बतौर अध्यापक हुई थी और 2015 में वह प्रिंसिपल बना था.