छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित आवासों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने छापेमारी की। इसके अलावा, कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और कुछ पुलिस अधिकारियों के ठिकानों पर भी सीबीआई ने कार्रवाई की। सुबह तड़के शुरू हुई इस छापेमारी में सीबीआई की चार अलग-अलग टीमें शामिल थीं, जिन्होंने एक साथ कई जगहों पर दबिश दी।
कांग्रेस पार्टी ने इस छापेमारी की कड़ी निंदा की है। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने इसे भूपेश बघेल की छवि खराब करने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है और इसका उद्देश्य विपक्षी नेताओं को बदनाम करना है।
भूपेश बघेल का बयान
भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक दुर्भावना से छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग के माध्यम से छापेमारी करवा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार नान घोटाले की जांच करवा रही थी, जिसे प्रभावित करने के लिए आयकर विभाग की कार्रवाई की जा रही है।
देवेंद्र यादव के ठिकानों पर भी छापे
सीबीआई की एक टीम भिलाई के सेक्टर 5 और सेक्टर 9 में स्थित कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के आवासों पर भी पहुंची। यहां अधिकारियों ने घर के सदस्यों से पूछताछ की और दस्तावेजों की जांच की। देवेंद्र यादव ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि वे कानून का सम्मान करते हैं और जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
छत्तीसगढ़ में इस सीबीआई कार्रवाई के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। कांग्रेस नेताओं ने इसे केंद्र सरकार की बदले की राजनीति बताया है, जबकि भाजपा ने इसे कानून के अनुसार की गई कार्रवाई कहा है।