बिलासपुर: वसंत विहार चौक से अपोलो अस्पताल रोड तक किए गए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के खिलाफ लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। बुधवार की रात नाराज नागरिकों ने डिप्टी सीएम अरुण साव के बंगले का घेराव किया। इससे पहले प्रदर्शनकारी बेलतरा विधायक के कार्यालय भी पहुंचे थे।
एकतरफा कार्रवाई का आरोप, मुआवजे की मांग
प्रभावित लोगों ने जिला प्रशासन पर जबरन तोड़फोड़ करने और उचित मुआवजा न देने का आरोप लगाया। रहवासियों का कहना है कि वे वर्षों से उसी स्थान पर रहकर छोटे-मोटे व्यवसाय के जरिए अपना जीवनयापन कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उनके मकान व दुकानें ढहा दीं। इससे वे न सिर्फ बेघर हो गए, बल्कि उनकी आजीविका भी छिन गई।

शासन के खिलाफ नारेबाजी, पुलिस ने संभाला मोर्चा
इस कार्रवाई से नाराज महिलाओं और पुरुषों ने सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि प्रशासन गरीबों को उजाड़ रहा है और तानाशाही रवैया अपना रहा है। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। एसएसपी रजनेश सिंह ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त जवानों को मौके पर भेजा।
डिप्टी सीएम के प्रतिनिधि ने दिया आश्वासन, तब शांत हुए लोग
डिप्टी सीएम के बंगले के बाहर हंगामा कर रहे प्रदर्शनकारियों में से तीन सदस्यों को भीतर बुलाया गया। डिप्टी सीएम के प्रतिनिधि ने उनकी शिकायतें सुनीं और उचित समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों का आक्रोश शांत हुआ।
ई-रिक्शा में पहुंचे प्रदर्शनकारी, 70 दुकानों और 3 मकानों पर चला बुलडोजर
प्रदर्शनकारियों ने घेराव के लिए ई-रिक्शा का सहारा लिया। उन्होंने आसपास के सभी रिक्शों को किराए पर बुलाया और एक-एक रिक्शे में आठ से अधिक लोगों को बैठाकर डिप्टी सीएम के निवास तक पहुंचे।
बीते दो दिनों में वसंत विहार चौक से अपोलो अस्पताल तक नगर निगम की टीम ने 70 दुकानों और तीन मकानों को गिरा दिया। अब भी करीब 10 मकान और दुकानें तोड़े जाने बाकी हैं।
80 लाख की लागत से बनेगी चौड़ी सड़क

नगर निगम के अनुसार, इस क्षेत्र में 80 लाख रुपये की लागत से सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। वसंत विहार चौक से अपोलो अस्पताल तक 120 फीट चौड़ी सड़क बनाई जाएगी, जिसमें दोनों ओर 60-60 फीट की सड़कों के साथ फुटपाथ और नाली निर्माण भी शामिल होगा।
सालभर पहले ही इस सड़क चौड़ीकरण परियोजना का टेंडर जारी किया जा चुका था, लेकिन अतिक्रमण के चलते कार्य शुरू नहीं हो सका था। अब बाधा हटने के बाद निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।