कुछ समय पहले राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की थी कि ओलंपिक मेडल लाने वाली प्रतिभाओं को करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ईनाम दी जाएगी. शिक्षा विभाग जिस तरह से इन प्रतिभाओं को सीधा नकार रहा है, उससे लगता है कि ईनामी राशि एक दिन अफसर ही डकार जाएंगे और खिलाड़ी संघर्ष ही करते रह जाएंगे.
बलौदाबाजार: स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता बलौदा बाजार में पांच संभाग के लगभग 800 सौ खिलाड़ियों ने खेल प्रतियोगिता में भाग लिया.
लेकिन प्रबंधन के मामले व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ी रहीं. खेलों में अलग-अलग वर्ग के खिलाड़ियों का मैच आपस में करवा दिया गया. जिसका खामियाजा खिलाड़ी बच्चों को बेबुनियाद भुगतना पड़ा. राज्य स्तरीय कुरास खेल में अधिक वजन के खिलाड़ी का कम वजन के खिलाड़ी से मैच कराया गया जिसमें कम वजन की खिलाड़ी मैच के दौरान घायल हो गई. इसका विरोध किया गया लेकिन प्रबंधन आयोजन को निपटाने की जुगत में ही रहा. आयोजन समिति ने किसी कि भी नहीं सुनी और मनमाने ढंग से प्रतियोगिता करवाती रही.
इसका नुकसान बस्तर के खिलाड़ी को झेलना पड़ा. घायल खिलाडी का स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपचार किया गया. मनमाने ढंग से आयोजन समिति द्वारा खेल-कूद का आयोजन कराया जा रहा है स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी ध्यान नहीं दे रहे हैं.
कुछ समय पहले राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की थी कि ओलंपिक मेडल लाने वाली प्रतिभाओं को करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ईनाम दी जाएगी. शिक्षा विभाग जिस तरह से इन प्रतिभाओं को सीधा नकार रहा है, उससे लगता है कि ईनामी राशि एक दिन अफसर ही डकार जाएंगे और खिलाड़ी संघर्ष ही करते रह जाएंगे.