मनोज चंद्राकर जांजगीर चांपा जिले के डोंगरी स्कूल में प्रभारी प्रचार्य के पद पर पदस्थ थे, बीते 26 दिसंबर को मनोज चंद्राकर की लाश उसके बिलासपुर वाले हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मिली. लाश के आसपास खून के छिंटे और एक तवा पाया गया. तवे पर भी खून लगा हुआ था. पहले तो लोगों में खूब सुगबुगाहट होने लगी कि किसी उधार देने वाले ने मनोज की हत्या कर दी लेकिन जब पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या की वजह का खुलासा किया तो लोग हक्के बक्के रह गए…
मनोज चंद्राकर हत्याकांड में पुलिस ने 24 साल के आरोपी हरीश कुमार पैकरा को गिरफ्तार किया है, आरोपी हरिश बलौदाबाजार का रहने वाला है. मनोज से हरिश की दोस्ती 23 दिसंबर को रेलवे स्टेशन पर हुई. मनोज ने हरिश को अपने साथ पार्टी करने के लिए राजी कर लिया और अपनी पत्नी और बच्चों को रिश्तेदार के यहां छोड़कर मनोज पहले बाइक से हरिश को लेने पहुंचा. दोनों ने बिलासपुर के चिल्हाटी स्थित अपने हाउसिंग बोर्ड के मकान नंबर 39 में जमकर शराब पी फिर नशे में शिक्षक मनोज चंद्राकर ने हरिश कुमार पैकरा का रेप कर दिया.
अपने साथ हुए बलात्कार से गुस्साए हरिश कुमार ने किचन में रखे तवे से मनोज के सिर पर जोरदार वार कर दिया जिसकी वजह से मनोज की मौत हो गई, गुस्साए हरिश ने अपने साथ अश्लील हरकतें करने वाले शिक्षक को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. फिर वहां से फरार हो गया. जब शिक्षक मनोज ने 2 दिनों तक किसी का फोन नहीं उठाया तो उनकी पत्नी अपने भाई के साथ बिलासपुर स्थित अपने मकान पर पहुंची. पुलिस की मौजूदगी में जब दरवाजा खोला गया तो अंदर का माहौल देख सभी के होश उड़ गए कमरे में बिस्तर पर मनोज की लाश पड़ी हुई थी और मनोज के बदन पर कपड़े नहीं थे. पुलिस ने पचंनामा कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की तहकिकात में जुट गयी.
बिसालपुर पुलिस लगातार इस केस से जुड़े सभी आंकड़ों को जोड़ने लगी और मनोज चंद्राकर के कुछ दिनों की एक्टिविटी के आधार पर CCTV फूटेज को भी खंगालने लगी. मनोज चंद्राकर के साथ हरिश कुमार पैकरा को देखा गया. शक की सुई सीधे हरिश कुमार पैकरा पर जाकर रुक गयी. पुलिस ने आरोपी को राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है आरोपी महाराष्ट्र भागने की फिराक में था। पूछताछ में आरोपी ने पूरी कहानी बताई और प्रिंसिपल की हत्या करना स्वीकार किया.