देशभर में लगातार ट्रेनों को पटरी से उतारने की साजिशें की जा रही हैं. पिछले 2 महीने 20 से ज्यादा ऐसी घटनाएं सामने आई हैं. UP के कानपुर में रविवार को प्रेमपुर स्टेशन के पास JTTN गुड्स ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए एक छोटा सिलेंडर रखा पाया गया. लाइन पर सुबह 6 बजे लोको पायलट की नजर में जैसे ही सिलंडर आया, उन्हेंने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया. ट्रेन सिलेंडर से करीब 10 फीट पहले रुकी. ऐसी ही घटना प्रयागराज में शुक्रवार को हुई. यहां रेल पटरी पर पत्थर रखा पाया गया. हालांकि दोनों ही मामलों में बड़ा हादसा होने से टल गया. दोनों ही ट्रेन मालगाड़ी हैं. साजिश की जांच RPF कर रही. इन घटनाओं के बाद रेलवे अलर्ट पर है. इससे पहले कानपुर में ही 8 सितंबर को भरा सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची गई थी.
सिर्फ UP ही नहीं, देश के तमाम हिस्सों से वाकये हाल में सामने आए हैं. 20 सितंबर को ही सूरत में भी रेल पटरी से छेड़छाड़ की गई थी. 4 सितंबर महाराष्ट्र में और 30 अगस्त को एक ही दिन ओड़िशा, झारखंड और तेलंगाना में रल हादसों से जुड़ी इस तरह की साजिशें सामने आई.
इन तमाम साजिशन घटनाओं के बाद केंद्र सरकार रेलवे एक्ट में संशोधन करने का कदम उठा सकती है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक्ट में संशोधन पर जल्द अधिसूचना जारी की जा सकती है. ट्रेन और रेल पटरी पर सुरक्षा को खतरे में डालने वाले लोगों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाएगा और इसमें मृत्यु दंड या उम्रकैद की सजा हो सकती है.
छत्तीसगढ़ में सरकारी पदों पर भर्तियां, ग्रामीण आजीविका मिशन में 237 पदों पर मिलेगी नौकरी