यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों के बाद अराजक तत्वों ने सेना की स्पेशल ट्रेन को भी पटरी पर डेटोनेटर लगा कर डीरेल करने की कोशुश की है. सैंट्रल रेलवे के एक बयान में बताया गया कि यह रेगुलर डेटोनेटर थे जिनका इस्तेमाल खराब मौसम में चेतावनी के लिए के लिए होता है. हालांकि, साफ मौसम में डेटोनेटर (विस्फोटक) पटरी पर किसने लगाए इसकी जांच की जा रही है.
क्या है पूरा मामला
बुधवार को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर- भुसावल रेलवे रूट पर एक-एक मीटर पर के अंतराल में 10 डेटोनेटर रखे गए थे. इस रूट पर से आर्मी की स्पेशल ट्रेन गुजरने वाली थी जिसमें सेना के जवान सवार थे. यह ट्रेन तिरुवनंतपुरम जा रही थी. उसमें सेना के जवान और हथियार थे. खुशकिस्मती यह रही कि विस्फोटक ट्रेन के गुजरने से पहले ही फट गए और बड़ा हादसा होने से पहले ही टल गया. सेना ने जांच के तहत पूछताछ के लिए सिग्नलमैन और ट्रैकमैन सहित कुछ प्रमुख रेलवेकर्मियों की हिरासत की मांग की है.
किसने की साजिश
शुरुआती जांच में रेलवे की ओर से बयान में बताया गया कि डेटोनेटर रेलवे ही ट्रेनों को खराब मौसम या अन्य आपात स्थिति में चेतावनी देने के लिए लगाता है. लेकिन इस मामले में साफ मौसम होते हुए आर्मी की ट्रेन गुजरने से पहले ही डेटोनेटर किसने लगाए इसका खुलासा होना बाकी है. बताया जा रहा है कि यह डेटोनेटर चोरी किए गए थे. मामला आर्मी से जुड़ा होने के कारण इसमें गोपनीयता रखी जा रही है. सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ डॉक्टर स्वप्निल नीला ने घटना की पुष्टि की है.
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