धमतरी: जिले के उपाध्याय नर्सिंग होम में एक महिला ने प्राकृतिक रूप से 7 महीने की गर्भावस्था में तीन लड़कियां और एक लड़के को जन्म दिया। यह दुर्लभ मामला छत्तीसगढ़ में अब तक का पहला ऐसा केस माना जा रहा है। नवजात शिशुओं का वजन क्रमशः 1.5 किलो, 1.3 किलो, 1.1 किलो और 900 ग्राम पाया गया है, और उन्हें अस्पताल के स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (SNCU) में सी-पैप मशीन की सहायता से इलाज प्रदान किया जा रहा है।
महिला की हालत भी स्थिर है और डॉक्टर आशीष अग्रवाल ने कहा कि जन्म के तुरंत बाद सभी नवजातों का स्वास्थ्य मूल्यांकन किया गया है। परिवार के सदस्यों ने इस घटना पर गर्व व्यक्त किया है, जबकि चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि ऐसी प्रेगनेंसी प्राकृतिक रूप से दुर्लभ होती है और आमतौर पर इसके लिए IVF जैसी मेडिकल तकनीकों का सहारा लिया जाता है।
इस मामले में बताया जा रहा है कि महिला ने पहले तीन लड़कियां और फिर एक लड़के का जन्म दिया। गर्भावस्था के दौरान उनकी देखभाल और मेडिकल प्रबंधन को लेकर विशेषज्ञों ने सराहना की है। अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों की टीम लगातार नवजात शिशुओं और मां की देखभाल में लगी हुई है, जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।
पिछले साल भी छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया था, लेकिन यह मामला धमतरी जिले में पहली बार सामने आया है। यह घटना समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि उचित मेडिकल देखभाल और विशेषज्ञता से ऐसी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है।
इस खबर ने स्थानीय क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ा दी है। परिवार के सदस्य और स्थानीय लोग इस दुर्लभ उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं, और यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में नवजात शिशुओं की सेहत पर और कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।