रायपुर में जवाहर लाल नेहरू समृति मेडिकल कॉलेज में सीनियर्स ने फर्स्ट इयर के 50 छात्रों का मुंडन करवा दिया. इतना ही नहीं उन्हें विशेष ड्रेस कोड, जूते और झोले के साथ कॉलेज आने पर मजबूर किया. साथ ही छात्राओं को विशेष तेल लगाकर आने को कहा गया और छात्रों से जुनियर छात्राओं की फोटो मांगी गई. मामला सामने के बाद पांच छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है.
घटना दीपावलवी से पहले की है. मेडिकल कॉलेज में रैगिंग और मारपीट का मामला सोशल मीडिया के जरिए सामने आया. पहले स्कूल प्रबंधन से इसकी शिकायत की गई थी लेकिन मामले में लीपापोती कर दी गई. इसके बाद पेरेंट्स ने दिल्ली मेडिकल कमीशन में शिकायत की. 26 अक्तूबर को कॉलेज एंटी रैगिंग कमेटी तक बात पहुंची.
जांच के बाद पहले कॉलेज ने सेकंड इयर के नदो छात्रों को (अंशु जोशी और दीपराज वर्मा) को दस दिन के लिए सस्पेंड किया. लेकिन इनमें पांच दिन छुट्टी के थे. सोमवार को कमेटी की बैठक में 3 और छात्रों पर कार्रवाई हुई और कुल 5 छात्रों को महीने भर के लिए सस्पेंड किया गया है.
कॉॉलेज प्रबंधन की कार्रवाई के बावजूद जूनियर छात्रों को अब धमकी भरे मैसेज दिए जा रहे हैं. सीनियर छात्रों ने मैसेज में 10 नवंबर के बाद असली रैगिंग करने की धमकी दी और लिखा कि कॉलेज की 60 साल से चल रही प्रथा ऐसे बंद नहीं होगी.