शराब, जो नहीं पीते उनके लिए बेहद ही खराब है, लेकिन जो पीते हैं उनके लिए यह किसी अमृत से कम नहीं, पी पी कर भले ही लिवर, किड्नी सब सड़ जाए लेकिन शराब की लत पीने वालों के दिमाग से उतरती ही नहीं. दुनियाभर में शराब पीने वालों की कई प्रजातियां है कुछ प्रजाति अकेले में ही पीना पसंद करते हैं, कुछ किसी खास दोस्त के साथ और कुछ लोग तो रास्ते में चल रहे किसी भी शौकिन आदमी के साथ पीने बैठ जाते हैं. बगैर सामने वाले शख्स के बारे में जाने. लेकिन अनजान लोगों के साथ पीना कितना घातक हो सकता है इस बात का अंदाजा आप इस घटना से लगा सकते हैं –
साल 2023 के जुलाई महीने में जांजगीर चांपा जिले के अकलतरा ओव्हर ब्रिज के पास नेशलन हाइवे नंबर 49 के पिल्हर नंबर 1 के नीचे एक अज्ञत शख्स की सड़ी गली लाश मिलती है, हत्यारों ने व्यक्ति को मारकर पत्थर से ढक दिया था, सूचना मिलते ही पुलिस के अधिकारी विवेचना में जुट गए और तमाम तरह की पूछताछ और लाश का DNA टेस्ट करने के बाद मृतक की पहचान जलेश्वर कश्यप निवासी ग्राम ससहा पामगढ़ के रूप में हूई. मृतक जलेश्वर 14 जुलाई की शाम शराब पीने के लिए अकलतरा शराब ठेका पहुंचा था वहीं उसकी मुलाकात बोहापारा अर्जूनी निवासी नंदकुमार उर्फ नंदू कश्यप से हुई. शराब और शराब के नशे ने दोनों की दोस्ती पक्की करा दी. दोनों ने वहीं बैठकर शराब पी और मदमस्त होकर तकरीबन रात 8 बजे बोहापारा जाने के लिए निकले. अकलतरा से मुरलीडीह जाने के रास्ते पर बैठकर फिर दोनों से शराब जाम पे जाम छलकाया. ये दोनों शख्स पहले से ही काफी शराब पी चुके थे लेकिन इनका मन भर ही नहीं रहा था तभी मृतक जलेश्वर कश्यप ने नंदू कश्यप को और शराब लाने के लिए कहा लेकिन नंदू ने मना कर दिया फिर जलेश्वर उसके साथ गाली गलौच करने लगा. शराब दोनों के दिमाग में चढ़ चुका था और शराब पी कर इंसान जानवर तो बन ही जाता है, नंदू को जलेश्वर की बदतमीजी बर्दाश्त नहीं हुई और फिर उसने अपने एक अन्य साथी को भी वहां बुला लिया और जलेश्वर से अपने अपमान का बदला लेने के लिए उसका गला दबा कर उसे मौत के घाट उतार दिया. फिर लाश को पिल्हर के पास छुपा कर दोनों हत्यारे फरारा हो गए. लाश मिलने के बाद से पुलिस भी इधर अपनी जांच में जुटी थी
अब फिलहाल पुलिस ने नंदकुमार कश्यप को 4 फरवरी 2024 को गिरफ्तार कर लिया है और उसका अन्य साथी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. आपके साथ ऐसी घटना ना हो इस लिए सावधान रहें सतर्क रहें.
ये भी पढ़ें : शिक्षा विभाग के भ्रष्ट कर्माचरियों को बचाने में जुटे बड़े अधिकारी?
Follow – Youtube