न्यायमूर्ति खन्ना की सेवानिवृत्ति के बाद CJI की कुर्सी पर होंगे विराजमान
नई दिल्ली: भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India – CJI) के रूप में न्यायमूर्ति बी आर गवई की नियुक्ति तय मानी है। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति के बाद न्यायमूर्ति बी. आर. गवई देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश बनेंगे, जिनके बाद न्यायमूर्ति खन्ना देश की सर्वोच्च अदालत की कमान संभालेंगे।
वरिष्ठता के आधार पर न्यायमूर्ति गवई की नियुक्ति
सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठता की परंपरा को ध्यान में रखते हुए, न्यायमूर्ति बी आर गवई को अगला मुख्य न्यायाधीश बनाया जाना लगभग तय है। न्यायमूर्ति खन्ना इस समय सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठतम न्यायाधीशों में से एक हैं। उन्हें जनवरी 2019 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
न्यायमूर्ति बी. आर. गवई
न्यायमूर्ति भानु प्रताप रविशंकर गवई ने 2003 में बॉम्बे हाईकोर्ट में न्यायिक करियर की शुरुआत की थी और 2019 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने। उनका सफर न केवल कानूनी उत्कृष्टता का परिचायक है, बल्कि यह सामाजिक समावेशिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
दलित समुदाय से आने वाले दूसरे मुख्य न्यायाधीश
जस्टिस गवई भारत के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधीश होंगे। इससे पहले 2004 में जस्टिस के. जी. बालकृष्णन ने यह गौरव हासिल किया था। उनकी नियुक्ति भारतीय न्यायपालिका में सामाजिक न्याय और प्रतिनिधित्व के लिहाज़ से एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
सीजेआई संजीव खन्ना होंगे सेवानिवृत्त
वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना, जिनका कार्यकाल 13 मई 2025 को समाप्त हो रहा है, उन्होंने न्यायिक गरिमा, निष्पक्षता और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करते हुए न्यायपालिका का नेतृत्व किया। अब baton न्यायमूर्ति गवई को सौंपा जाएगा।