Pagdandi Khabar का असर, बच्चों को मारने वाली प्रिंसिपल को स्कूल से निकाला गया.

नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स बच्चों पर किसी भी प्रकार की हिंसा और प्रताड़ना (मानसिक या शारीरिक) को बैन करता है और स्कूल्स को सुरक्षित वातावरण बनाने का निर्देश देता है. बच्चों पर की गई हिंसा में स्कूल या शिक्षक पर जुर्माना लग सकता है या जेल भी हो सकती है. प्राइवेट हों या सरकारी किसी भी स्कूल में बच्चों को मारना या प्रताड़ित करना कानून अपराध है, बच्चों को पढ़ाने वाले टीचर भी इस बात से वाकिफ़ हैं लेकिन कई बार हम देखते या सुनते हैं कि कुछ स्कूल में सनकी टीचरों द्वारा बच्चों को मारा या प्रताड़ित किया जाता है. जो बच्चे अपनी बुद्धि का विकास करने के लिए स्कूल जाते हैं उनके दिमाग में शिक्षकों की ऐसी गलत हरकत का गहरा प्रभाव पड़ता है.

बच्चे को मारने वाली प्रिंसिपल को स्कूल से हटाया गया

बीते 4 सितंबर को एक सूत्र के जरिए जानकारी मिली कि चांपा स्थित एक स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा एक मासूम बच्चे को मारा गया है, मामले की जानकारी के लिए पगडंडी खबर की ओर से हमारे दो पत्रकार साथी 5 सितंबर को स्कूल परिसर पहुंचे, जहां से स्कूल प्रशासन द्वारा कक्षा में लगा सीसीटीवी खराब होने का हवाला देते हुए जानकारी देने में असमर्थता जाहिर की गई, जिसके बाद दोनों पत्रकार साथी वहां से वापस लौट गए…लेकिन मामला यहीं नहीं रुका, स्कूल परिसर से आने के अगले दिन पगडंडी खबर के पत्रकार साथी ओम प्रकाश को मामले से दूर रहने की धमकी दी गई. जिसके बाद पत्रकार ओम प्रकाश ने स्कूल मैनेजमेंट को इस मामले की जानकारी देते हुए बच्चे को मारने और धमकी मिलने की खबर पब्लिश की, अब स्कूल प्रशासन द्वारा तत्काल एक्शन लेते हुए बच्चे को मारने वाली प्रिंसिपल मैडम को निकाल दिया.

पगडंडी खबर का अनुरोध है अगर आप भी अपने आस-पास किसी ऐसे शिक्षक या स्कूल को जानते हैं जो बच्चों पर अत्याचार करते हैं या उन्हें किसी भी प्रकार से प्रताड़ित करते हैं तो आगे आकर आवाज उठाइए और देश के भविष्य को मजबूत बनाने में अना योगदान दीजिए.

अब आप भी अपने क्षेत्र के पत्रकार बनिए और जुड़िए पगडंडी खबर के साथ, pagdandikhabar@gmail.com पर भेजें अपनी प्रोफाइल

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