बांग्लादेशी घुसपैठियों को खोजने के लिए अब हर जिले में एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाई जाएगी। यह फोर्स बिना वैध दस्तावेजों के रहने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई करेगी। गृहमंत्री विजय शर्मा ने शनिवार को इसके आदेश जारी किए। दैनिक भास्कर ने 10 मई के अंक में खुलासा किया था कि बांग्लादेशी नागरिक बंगाल से मुंबई के रास्ते ट्रेनों के जरिए आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ इस रास्ते में पड़ता है, इसलिए यहां भी बड़ी संख्या में संदिग्ध बस गए हैं। इनमें से तीन बांग्लादेशी आतंकी बनने के इरादे से बगदाद जा रहे थे। इस खबर के प्रकाशन के बाद गृहमंत्री ने पुलिस मुख्यालय को पत्र जारी कर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) गठन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध दस्तावेज बनाने वाले और बिना वैध दस्तावेजों के लोगों को लाने में शामिल ठेकेदार, टेंट व्यवसायी, गार्डन और कबाड़ी जैसे छोटे-मोटे काम करने वाले लोग भी इस गैरकानूनी गतिविधि में शामिल हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।
सभी जिलों के एसपी को निर्देश:
पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे भारत सरकार और वरिष्ठ कार्यालयों के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित करें। सभी जिलों में बांग्लादेशी नागरिकों सहित अन्य अवैध अप्रवासियों की पहचान और वैधानिक कार्रवाई के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाए। इन टास्क फोर्स को ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें उनके देश वापस भेजने की जिम्मेदारी दी गई है। कार्रवाई की जानकारी सीधे पुलिस मुख्यालय को दी जाएगी।
श्रमिकों पर विशेष नजर:
पुलिस को मिले इनपुट के अनुसार, सबसे अधिक संदेह श्रमिकों पर है। कई क्षेत्रों में ठेकेदारों के जरिए बाहर से आए श्रमिक बड़ी संख्या में काम कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों को ऐसे श्रमिकों का सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं।
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